गीता प्रेस, गोरखपुर >> गरुड़ पुराण गरुड़ पुराणगीताप्रेस
|
5 पाठकों को प्रिय 424 पाठक हैं |
गरुड़पुराण में भगवान के गरुड़ अवतार का वर्णन है....
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
।।श्रीहरि:।।
अठारह पुराणों में गरुड़महापुराण का अपना एक विशेष महत्व है। इसके अधिष्ठातृदेव भगवान् विष्णु है। अतः यह वैष्णव पुराण है। इस पुराण के स्वाध्याय से मनुष्य को शास्त्र-मर्यादा के अनुसार जीवनयापन की शिक्षा मिलती है। इसके अतिरिक्त पुत्र-पौत्रादि पारिवारिक जनों की पारमार्थिक आवश्यकता और कर्तव्यबोध का विस्तृत ज्ञान कराया गया है।
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book